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9 Oct 2017

आज से ट्रकों की महा-हड़ताल, इन चीजों की सप्लाई पर होगा असर. NEWS 18

GST के दबाव और डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में ट्रक ट्रांसपोर्टरों ने दो दिन के बंद की घोषणा की है. हड़ताल का असर आज सुबह 8 बजे से सड़कों पर दिखने लगा है. 10 अक्टूबर को शाम 8 बजे हड़ताल खत्म होगी. इस वजह से लगभग 80 लाख ट्रक नदारद रह सकते हैं. इसके साथ-साथ प्रदेश के बस संचालक भी इस हड़ताल को समर्थन दे रहे हैं. बस संचालक भी डीजल की कीमतें बढ़ने और किराया न बढ़ाए जाने से परेशान हैं.
 
ट्रकों की आवाजाही बंद होने से रोजमर्रा की चीजों की सप्लाई ठप हो जाएगी और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और कलकत्ता गुड्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन पिछले दिनों इस हड़ताल का ऐलान कर चुकी थी. बस संचालकों द्वारा लंबे समय से बसों का किराया बढ़ाने की मांग की जा रही है.
 
डीजल की कीमतों में 20 रुपये प्रति लीटर तक कटौती की मांग
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में काफी तेजी है, लेकिन सरकार यहां डीजल कीमतों में कटौती नहीं कर रही है, इनकी मांग है कि डीजल की कीमतों में 20 रुपये प्रति लीटर तक कटौती की जाए. चालकों और ट्रांसपोर्ट संगठनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और GST के तहत डीजल को लाने की मांग की है.
 
पेट्रोल पंप भी हैं 13 अक्टूबर को हड़ताल पर
बता दें कि देशभर के पेट्रोल पंप मालिकों ने भी हड़ताल पर जाने की घोषणा की है. बताया जा रहा है कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पेट्रोल पंप मालिक 13 अक्टूबर को हड़ताल पर रहेंगे. 13 अक्टूबर को देशभर के 54000 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे.

GST के बाद परिवहन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ
कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार ने कहा, जीएसटी लागू होने के बाद परिवहन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और अन्य ट्रांसपोर्ट एसोसिएशनों ने दो दिनों की सांकेतिक राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि GST के तहत विभिन्न नीतियों के कारण सड़क परिवहन क्षेत्र में बहुत भ्रम पैदा हुआ है.

GST के तहत लाई जाए डीजल की कीमतें  
उन्होंने कहा, डीजल मूल्य में अत्यधिक वृद्धि और कीमतों में रोजाना उतार-चढ़ाव सड़क परिवहन क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है. डीजल और टोल पर किया जाने वाला खर्च ट्रक के परिचालन खर्च के 70 फीसदी से भी अधिक है, जबकि डीजल को ही जीएसटी के अंतर्गत नहीं रखा गया है. डीजल को जीएसटी के अंतगर्त लाना आवश्यक है, ताकि देश में एक कीमत पर डीजल की बिक्री हो.
 
https://hindi.news18.com/news/business/truckers-begin-2-day-nationwide-strike-protest-against-gst-diesel-price-hike-1131813.html